हिसार | 3 मई 2025। 31 मार्च को हिसार में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की सुरक्षा में हुई चूक ने प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। इस संवेदनशील मामले को गंभीरता से लेते हुए हरियाणा सरकार ने तत्काल एक उच्चस्तरीय जांच कमेटी गठित की है, जिसकी अध्यक्षता सेवानिवृत्त जस्टिस एचएस भल्ला करेंगे।
क्या है मामला?
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह महाराजा अग्रसेन मेडिकल कॉलेज, अग्रोहा में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे, जहां उन्हें महाराजा अग्रसेन की मूर्ति का अनावरण करना था। कार्यक्रम के दौरान सुरक्षा व्यवस्था में गंभीर चूक सामने आई, जब मौके पर तैनात एक डीएसपी और एक इंस्पेक्टर अपनी ड्यूटी से नदारद पाए गए।
सूत्रों के मुताबिक, सुरक्षा प्रोटोकॉल के तहत जिन अधिकारियों को गृह मंत्री की सुरक्षा सुनिश्चित करनी थी, वे अपनी ड्यूटी छोड़कर कहीं चले गए थे। इससे वीवीआईपी सुरक्षा व्यवस्था में बड़ा खतरा पैदा हो गया।
केंद्र ने लिया सख्त संज्ञान
15 अप्रैल को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने हरियाणा सरकार को पत्र लिखकर इस लापरवाही पर कड़ी आपत्ति जताई और गहन जांच के निर्देश दिए। मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि इस तरह की चूकें “अस्वीकार्य” हैं और भविष्य में इन्हें रोकने के लिए व्यवस्थित रणनीति जरूरी है।
जांच कमेटी का गठन
हरियाणा सरकार ने तेजी दिखाते हुए जस्टिस एचएस भल्ला की अध्यक्षता में जांच कमेटी गठित की है।
इस कमेटी में दो अन्य सदस्य शामिल हैं:
- विजेंद्र कुमार (अतिरिक्त मुख्य सचिव)
- संजय कुमार (ADGP, कानून व्यवस्था)
इस कमेटी को यह जिम्मेदारी दी गई है कि वह:
घटना के तथ्यों और कारणों की गहराई से जांच करे
जिम्मेदार अधिकारियों की पहचान कर सके
भविष्य में वीवीआईपी सुरक्षा में सुधार के लिए ठोस सिफारिशें दे
स्थानीय पुलिस पर सवाल
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, घटना के तुरंत बाद स्थानीय पुलिस अधिकारियों ने मामले को दबाने की कोशिश की। कई वरिष्ठ अधिकारियों ने इसे “मामूली चूक” बताकर अनदेखा करने की कोशिश की, लेकिन केंद्रीय गृह मंत्रालय के हस्तक्षेप के बाद मामला उजागर हुआ और सरकार को एक्शन में आना पड़ा।