चंडीगढ़, 24 मई 2025 — हरियाणा में सरकारी नौकरियों को लेकर उठे विवाद के बीच कांग्रेस महासचिव और राज्यसभा सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला ने खट्टर-नायब सैनी सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार ने युवाओं के भविष्य के साथ “भ्रूणहत्या” की है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में सुरजेवाला ने कहा कि सोशो-इकॉनॉमिक नंबरों के लॉलीपॉप से वोट तो लूट लिए, लेकिन अब 30,000 पक्के कर्मचारियों की नौकरी पर तलवार लटक रही है।
“मेरिट के नाम पर धोखा, भविष्य पर खतरा”
सुरजेवाला ने कहा कि वर्ष 2019 में भाजपा ने “न पर्ची, न खर्ची” और “मेरिट पर नौकरी” जैसे नारों से युवाओं को गुमराह किया। सोशो-इकॉनॉमिक आधार पर 10 अतिरिक्त अंक देने की नीति बनाकर सरकार ने नौकरियों में धांधली की। अब पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने इस नीति को असंवैधानिक करार देते हुए रिवाइज्ड मेरिट लिस्ट बनाने का आदेश दे दिया है, जिससे 30,000 से अधिक कर्मचारियों की स्थायी नौकरी खतरे में है।
CET परीक्षा भी बनी मज़ाक
उन्होंने बताया कि सरकार ने हर साल दो बार CET परीक्षा कराने का वादा किया था, लेकिन पिछले पांच सालों में सिर्फ एक बार परीक्षा करवाई गई और वह भी कोर्ट में खारिज हो चुकी है। इस पूरे प्रकरण ने हजारों युवाओं की उम्मीदें तोड़ दी हैं।
“पक्के से कच्चे बनने की नौबत”
सुरजेवाला ने चेतावनी दी कि 2019 से 2025 के बीच भर्ती हुए हजारों कर्मचारी अब ‘एडहॉक’ कर्मचारी बन सकते हैं। इससे उनकी पुरानी सेवा, प्रमोशन, इन्क्रीमेंट और पेंशन पर सीधा असर पड़ेगा। उन्होंने कहा कि “जिन युवाओं ने सालों तक मेहनत की, अब वही सरकार की गलत नीतियों का खामियाजा भुगतेंगे।”
सरकार पर नई पोस्टें न बनाने का आरोप
सुरजेवाला ने मांग की कि सरकार तुरंत नई स्थायी पोस्टें बनाकर सभी प्रभावित कर्मचारियों को स्थायीत्व दे। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री नायब सैनी पूरे मामले को कोर्ट की अपील में उलझाकर युवाओं को और ज्यादा नुकसान पहुंचा रहे हैं, जबकि सुप्रीम कोर्ट पहले ही ‘सुकृति मलिक’ मामले में ऐसी अपील को खारिज कर चुका है।
HKRN कर्मचारियों की नौकरी भी खतरे में
कांग्रेस नेता ने कहा कि कौशल निगम (HKRN) के जरिए लगाए गए 50,000 कर्मचारियों की स्थिति भी गंभीर है। जब स्थायी कर्मचारियों को एडहॉक में बदला जा रहा है, तो HKRN कर्मचारी सीधे तौर पर हटाए जा सकते हैं। उन्होंने सरकार से वादा करने की मांग की कि किसी भी HKRN कर्मचारी की नौकरी नहीं जाएगी।
“भाजपा मस्त, युवा पस्त!”
सुरजेवाला का आरोप था कि बीजेपी सरकार युवाओं के भविष्य से खेलने में मस्त है और राज्य का नौजवान पूरी तरह से पस्त। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे इस अन्याय के खिलाफ आवाज़ उठाएं।