थानेसर (कुरुक्षेत्र), 23 मई: नगर परिषद थानेसर की हाउस बैठक आज जमकर विवादों में घिर गई जब कांग्रेस विधायक अशोक अरोड़ा और पार्षद प्रतिनिधि नरेंद्र शर्मा निंदी के बीच तीखी नोकझोंक हाथापाई तक पहुंच गई। यह घटना उस समय हुई जब परिषद द्वारा पार्षद प्रतिनिधियों और मीडिया की बैठक में एंट्री पर रोक लगाने के आदेश के बाद भी कुछ बाहरी लोग बैठक में मौजूद रहे।
क्या हुआ बैठक में?
दोपहर करीब 3 बजे नगर परिषद कार्यालय में हाउस मीटिंग शुरू हुई। परिषद प्रशासन द्वारा जारी लेटर में स्पष्ट किया गया था कि केवल निर्वाचित पार्षद ही बैठक में भाग ले सकते हैं। इसके बावजूद भाजपा पार्षद के प्रतिनिधि नरेंद्र शर्मा निंदी बैठक में मौजूद थे। विधायक अशोक अरोड़ा ने इस पर कड़ा ऐतराज जताते हुए कार्यकारी अधिकारी से बाहरी व्यक्तियों को हटाने की मांग की।
इस दौरान विवाद इतना बढ़ गया कि विधायक और पार्षद प्रतिनिधि दोनों अपनी-अपनी कुर्सियों से उठकर आमने-सामने आ गए। देखते ही देखते मामला हाथापाई तक पहुंच गया। मौके पर मौजूद अन्य पार्षदों ने बीच-बचाव किया, लेकिन हंगामा थमने का नाम नहीं ले रहा था।
विधायक के गनमैन ने बचाई जान
हंगामे के बीच विधायक अरोड़ा के सुरक्षाकर्मी तुरंत अंदर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित किया। बताया जा रहा है कि एक अन्य पार्षद प्रतिनिधि सतीश मदान टोनी और उसका बेटा भी इस विवाद में शामिल हो गए और विधायक के साथ बदसलूकी की।
बैठक स्थगित
बवाल और मारपीट के बाद विधायक अरोड़ा ने साफ शब्दों में कहा कि जब तक बाहरी व्यक्तियों को बैठक से बाहर नहीं किया जाता, कोई कार्यवाही नहीं होगी। स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए परिषद चेयरपर्सन माफी ढांडा ने बैठक को तत्काल प्रभाव से स्थगित कर दिया।
विधायक अशोक अरोड़ा का बयान:
“हाउस की गरिमा को ठेस पहुंचाना बर्दाश्त नहीं। यह लोकतांत्रिक व्यवस्था का अपमान है। जो लोग बैठक के पात्र नहीं हैं, वे जबरदस्ती अंदर घुस आए हैं।”