नई दिल्ली, 9 मई 2025 : भारत-पाकिस्तान के बीच जारी तनाव के बीच भारतीय सेना ने एक ऐतिहासिक सैन्य सफलता दर्ज की है। ऑपरेशन ‘सिंदूर’ के तहत भारत ने अपने अत्याधुनिक S-400 ट्रायंफ एयर डिफेंस सिस्टम से पाकिस्तान के तीन सबसे खतरनाक लड़ाकू विमानों को आसमान में ही मार गिराया। मारे गए विमानों में एक अमेरिकी F-16 और दो JF-17 थंडर शामिल हैं, जो चीन-पाकिस्तान की संयुक्त परियोजना का हिस्सा हैं।
ऑपरेशन सिंदूर: भारतीय वायु रक्षा की ताबड़तोड़ प्रतिक्रिया
पाकिस्तान की ओर से किए गए हवाई हमलों के जवाब में भारत ने त्वरित और सटीक प्रतिक्रिया दी। रिपोर्ट्स के अनुसार, भारतीय सेना ने इस ऑपरेशन में S-400 मिसाइल सिस्टम की सहायता से दुश्मन के विमानों को सीमा पार करने से पहले ही निष्क्रिय कर दिया। यह कार्रवाई न सिर्फ भारत की तकनीकी श्रेष्ठता को दर्शाती है, बल्कि यह एक रणनीतिक संदेश भी है — भारत अब हर चुनौती का जवाब निर्णायक रूप से देगा।
F-16: अमेरिका का घातक फाइटर जेट, लेकिन भारत के आगे बेबस
F-16 को दुनिया का सबसे सफल और भरोसेमंद मल्टी-रोल फाइटर जेट माना जाता है। इसकी स्पीड लगभग 2,470 किमी/घंटा (मैक 2) है और यह एयर-टू-एयर व एयर-टू-ग्राउंड हमलों के लिए घातक मिसाइलों से लैस होता है। यह वही विमान है जिसे भारत ने 2019 में भी बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद गिराया था।
JF-17 Thunder: पाकिस्तान और चीन की साझी ताकत, अब भारतीय निशाने पर
JF-17 थंडर, चीन और पाकिस्तान की संयुक्त परियोजना है। यह चौथी पीढ़ी का हल्का, तेज़ और मल्टी-रोल फाइटर जेट है। इसकी ऑपरेशनल रेंज 3,482 किमी तक है। इसमें एयर-टू-एयर, एयर-टू-ग्राउंड और एंटी-शिप मिसाइलों के साथ 23 मिमी की ट्विन बैरल गन भी लगी होती है। बावजूद इसके, ये भारतीय S-400 के सामने टिक नहीं पाए।
S-400 ट्रायंफ: भारत की ‘अजेय’ वायु सुरक्षा प्रणाली
S-400 रूस की अत्याधुनिक एयर डिफेंस प्रणाली है, जिसे भारत ने हाल ही में अपनी रक्षा प्रणाली में शामिल किया था। इसकी क्षमताएं:
-
एक साथ 36 टारगेट्स को ट्रैक करना
-
400 किमी तक की रेंज में टारगेट को खत्म करना
-
क्रूज़ मिसाइल, बैलिस्टिक मिसाइल और स्टील्थ फाइटर जेट्स तक को मार गिराना
S-400 की यह कार्रवाई भारत की स्ट्रैटेजिक डिटरेंस और रिएक्शन कैपेबिलिटी को मजबूत करती है।
दो पाकिस्तानी पायलट पकड़े गए, पूछताछ जारी
भारतीय सैनिकों ने इस ऑपरेशन के दौरान दो पाकिस्तानी पायलटों को जिंदा पकड़ लिया है। इन पायलटों को गुप्त स्थान पर रखकर पूछताछ की जा रही है। रक्षा सूत्रों का मानना है कि इससे पाकिस्तान की सैन्य रणनीति और नेटवर्क को लेकर अहम जानकारियां मिल सकती हैं।