अहमदाबाद, 14 जून: एक दर्दनाक और झकझोर देने वाली हवाई दुर्घटना में एयर इंडिया की फ्लाइट AI171 लंदन के लिए उड़ान भरते ही क्रैश हो गई। इस हादसे में पायलट-इन-कमांड कैप्टन सुमीत सभरवाल समेत सभी यात्रियों की मौत हो गई। हादसे से ठीक पहले कैप्टन सभरवाल का एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) को भेजा गया अंतिम संदेश अब सामने आया है, जो इस भयावह क्षण की गंभीरता को दर्शाता है।
“MAYDAY, MAYDAY, MAYDAY… थ्रस्ट नहीं मिल रहा, पावर कम हो रही है, प्लेन उठ नहीं रहा… नहीं बचेंगे।”
ये वो आखिरी शब्द थे जो कैप्टन सुमीत सभरवाल ने ATC को रेडियो पर कहे। संदेश के कुछ ही सेकेंड बाद विमान का संपर्क टूट गया और वह ज़मीन से टकरा गया। प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि टेकऑफ के दौरान ही विमान के दोनों इंजन फेल हो गए थे।
MAYDAY कॉल: आखिरी चेतावनी
कैप्टन सभरवाल ने जो ‘MAYDAY’ कॉल दी, वह एविएशन की दुनिया में सबसे गंभीर आपातकालीन संदेश होता है। इसका मतलब होता है – तत्काल मदद की जरूरत। यह कॉल तब दी जाती है जब विमान में भारी तकनीकी खराबी, आग, हाईजैक या जानलेवा खतरा हो।
‘MAYDAY’ शब्द की उत्पत्ति फ्रेंच के ‘m’aider’ से हुई है, जिसका अर्थ है – “मेरी मदद करो!”
कौन थे कैप्टन सुमीत सभरवाल?
कैप्टन सुमीत सभरवाल एक अनुभवी और समर्पित पायलट थे। उनके पास 8,200 घंटों से अधिक उड़ान का अनुभव था और वे एयर इंडिया में बतौर सीनियर कमांडर कार्यरत थे। उनके जानने वालों के मुताबिक वे शांत, प्रोफेशनल और हमेशा हर परिस्थिति में धैर्य बनाए रखने वाले व्यक्ति थे।
सेवानिवृत्त विंग कमांडर संजीव पई, जो सुमीत के पारिवारिक मित्र हैं, ने कहा –
“सुमीत एक बेहतरीन पायलट थे। उनका व्यवहार और कार्यशैली, दोनों में गजब का संतुलन था। एयर इंडिया ने सिर्फ एक पायलट नहीं, बल्कि एक शानदार इंसान खो दिया है।”
DGCA ने शुरू की जांच
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने इस क्रैश की विस्तृत जांच शुरू कर दी है। ब्लैक बॉक्स और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर की मदद से यह जानने की कोशिश की जा रही है कि आखिर टेकऑफ के दौरान ऐसा क्या हुआ जिसने एक अनुभवी पायलट को भी मजबूर कर दिया कि वह ‘नहीं बचेंगे’ जैसे शब्द बोले।
देशभर में शोक की लहर
यह हादसा न सिर्फ एयर इंडिया, बल्कि पूरे देश के लिए एक गहरा झटका है। सोशल मीडिया पर लोग कैप्टन सभरवाल की बहादुरी और अंतिम क्षणों तक निभाई गई ज़िम्मेदारी को सलाम कर रहे हैं।