हथीन/नूंह | हरियाणा के पलवल जिले के हथीन कस्बे में स्थित गवर्नमेंट मॉडल संस्कृति स्कूल बुराका की एक स्कूल बस में छात्रों से धक्का लगवाने का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो ने न सिर्फ स्थानीय प्रशासन बल्कि पूरे नूंह और पलवल जिलों में हड़कंप मचा दिया है।
वीडियो में स्पष्ट देखा जा सकता है कि खराब पड़ी स्कूल बस को स्कूली बच्चे धक्का लगाकर चालू करने की कोशिश कर रहे हैं। बस में कोई तकनीकी कर्मचारी या सहायक नहीं दिख रहा, और बच्चों की सुरक्षा को पूरी तरह नजरअंदाज किया गया है।
प्रिंसिपल का बयान: “मामले की जानकारी नहीं थी”
मीडिया के हस्तक्षेप के बाद स्कूल के प्रधानाचार्य ने बयान देते हुए कहा,
> “इस घटना की जानकारी हमें पहले नहीं थी। बच्चों से इस तरह का काम कराना कानूनन अपराध है और यह बेहद गंभीर मामला है।”
हालांकि, सवाल उठता है कि क्या स्कूल प्रशासन इस जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ सकता है?
बस पर छपा नूंह का पता, पर स्कूल हथीन में
वायरल वीडियो में जिस बस को देखा गया, उस पर “गवर्नमेंट मॉडल संस्कृति स्कूल-2, जिला नूंह” लिखा हुआ है। लेकिन पड़ताल में पता चला कि यह बस दरअसल पलवल जिले के हथीन स्थित गवर्नमेंट मॉडल संस्कृति स्कूल बुराका की है। इस भ्रम ने नूंह जिले में भी अफरा-तफरी मचा दी।
बस चालक पर त्वरित कार्रवाई
स्कूल प्रबंधन ने कार्रवाई करते हुए संबंधित बस चालक को नौकरी से हटा दिया है। लेकिन बच्चों की सुरक्षा में लापरवाही की यह पहली घटना नहीं है। सवाल यह है कि क्या केवल चालक को दोषी ठहराना काफी है?