फाजिल्का, 28 मई 2025 — पंजाब सरकार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति के तहत एक और बड़ा कदम उठाते हुए फाजिल्का जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) वरिंदर बराड़ को निलंबित कर दिया है। यह कार्रवाई एक दिन पहले फाजिल्का के चार पुलिस अधिकारियों को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़े जाने के बाद की गई है।
रंगे हाथों पकड़ी गई रिश्वत
जानकारी के अनुसार, विजिलेंस विभाग की टीम ने फाजिल्का थाने में छापेमारी के दौरान चार पुलिसकर्मियों को एक लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया। इस ऑपरेशन के बाद मामले की जांच तेज़ी से आगे बढ़ी और SSP वरिंदर बराड़ की भूमिका भी जांच के घेरे में आई। जांच में संलिप्तता के संकेत मिलने पर उन्हें तुरंत प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया।
भ्रष्टाचार पर सरकार का कड़ा रुख
मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी (AAP) की सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। राज्य के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने इस कार्रवाई पर बयान देते हुए कहा,
> “सरकार के लिए भ्रष्टाचार न छोटा होता है, न बड़ा। कानून सबके लिए समान है – चाहे वो किसी पद पर हो या किसी दल से जुड़ा हो।”
चीमा ने कहा कि यह कार्रवाई सभी अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए चेतावनी है कि यदि वे भ्रष्ट गतिविधियों में लिप्त पाए जाते हैं तो उन्हें कड़ी सज़ा दी जाएगी।