नई दिल्ली,06 अप्रैल। भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर जारी तनाव के बीच, भारत सरकार ने 7 मई को देशभर में ‘मॉक ड्रिल’ (Mock Drill) आयोजित करने का फैसला लिया है। इस कदम का उद्देश्य नागरिक सुरक्षा तंत् की तैयारियों का आकलन करना और उसे बेहतर बनाना है। पहलगाम आतंकी हमले के बाद स्थिति और भी गंभीर हो गई है, जिसके चलते भारत अपनी सैन्य और सुरक्षा रणनीतियों को मजबूत करने में जुटा है।
7 मई को बजेगा जंग वाला सायरन
पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद पाकिस्तान से बढ़ते खतरे को देखते हुए केंद्र सरकार ने मॉक ड्रिल के माध्यम से नागरिकों को किसी भी आकस्मिक स्थिति में सुरक्षित रहने के लिए तैयार किया है। इस ड्रिल में हवाई हमले की चेतावनी देने वाले सायरन की आवाज सुनाई जाएगी, और नागरिकों को हमले के दौरान बचाव के उपायों पर प्रशिक्षित किया जाएगा। यह ड्रिल देश के 244 नागरिक सुरक्षा जिलों में आयोजित की जाएगी, जिनमें गांव स्तर तक की तैयारियां की जाएंगी।
मॉक ड्रिल के तहत क्या होगा?
इस मॉक ड्रिल का उद्देश्य नागरिक सुरक्षा तंत्र को मजबूत करना है, जिसमें निम्नलिखित उपाय किए जाएंगे:
सायरन और चेतावनी प्रणालियां: हवाई हमले की चेतावनी देने वाले सायरन का संचालन किया जाएगा।
सुरक्षा प्रशिक्षण: नागरिकों को हमले की स्थिति में सुरक्षा उपायों पर प्रशिक्षण दिया जाएगा।
बंकर और खाइयों की साफ-सफाई: नागरिकों को बंकरों और खाइयों का उपयोग करने का तरीका बताया जाएगा।
ब्लैकआउट और निकासी योजना: महत्वपूर्ण संयंत्रों की रक्षा और निकासी योजनाओं का पूर्वाभ्यास किया जाएगा।
वायुसेना और रेडियो-संचार: वायुसेना के साथ संचार लिंक का संचालन और नियंत्रण कक्षों की कार्यक्षमता का परीक्षण किया जाएगा।
यह कदम 1971 के भारत-पाक युद्ध के बाद आयोजित पहली मॉक ड्रिल के समान है, जब देश को पाकिस्तान के खिलाफ सैन्य तैयारियों की आवश्यकता महसूस हुई थी।
दिल्ली में चल रही बैठकें और सैन्य तैयारी
भारत सरकार और रक्षा मंत्रालय के अधिकारी लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर रहे हैं। हाल ही में, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजित डोभाल ने पीएम मोदी से मुलाकात की, और फिर गृह सचिव गोविंद मोहन और रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह ने भी पीएम मोदी को ताजा हालात और सैन्य तैयारियों की जानकारी दी।
वहीं, वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल ए.पी. सिंह और नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी ने भी प्रधानमंत्री मोदी से मिलकर अपनी सेनाओं की स्थिति और अरब सागर में पाकिस्तान के नौसैनिक अभ्यास को लेकर रिपोर्ट दी। भारतीय नौसेना अरब सागर में हाई अलर्ट पर है, और भारतीय वायुसेना के अग्रिम पंक्ति के लड़ाकू विमान लंबी दूरी की उड़ानें भर रहे हैं, ताकि किसी भी आपात स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया दी जा सके।
रूस का समर्थन: आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई में सहयोग
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बातचीत की और भारत के आतंकवाद के खिलाफ संघर्ष में पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया। पुतिन ने कहा कि पहलगाम आतंकी हमले के साजिशकर्ताओं को न्याय के कठघरे में लाया जाना चाहिए, और रूस इस मुद्दे पर भारत के साथ खड़ा है।
तनाव और युद्ध के बीच की स्थिति
भारत-पाकिस्तान के बीच सीमा पर तनाव अब एक नए मोड़ पर पहुंच चुका है। जहां एक ओर भारत अपनी सैन्य और सुरक्षा तैयारियों को मजबूत करने में जुटा है, वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान भी अपनी सैन्य गतिविधियों को बढ़ा रहा है। ऐसे में 7 मई को होने वाली मॉक ड्रिल न केवल नागरिक सुरक्षा की तत्परता का आकलन करेगी, बल्कि यह संकेत भी देगा कि भारत किसी भी आपातकालीन स्थिति के लिए पूरी तरह तैयार है।