पानीपत,19 अप्रैल 2025 : हरियाणा पुलिस ने एक बड़े वित्तीय घोटाले का पर्दाफाश करते हुए 150 करोड़ की ठगी करने वाले दंपती को गिरफ्तार किया है। आरोपी रिंकू ढांडा और उसकी पत्नी सोनिया ढांडा, जो पंजाब के रूपनगर के रहने वाले हैं, ने “जीएफएक्स एकेडमी प्राइवेट लिमिटेड” के नाम से फर्जी कंपनी खड़ी कर सैकड़ों लोगों को “40 हफ्तों में पैसा डबल” करने का लालच दिया था।
ऐसे रचा गया ठगी का जाल
पुलिस के अनुसार, साल 2019 में रिंकू और सोनिया ने अपने साथियों निर्दोष कुमार और अंजली के साथ मिलकर एक फर्जी नेटवर्क मार्केटिंग कंपनी बनाई। निवेशकों को सेमिनार आयोजित कर बताया गया कि कंपनी ट्रेडिंग का काम करती है और बड़ा मुनाफा देती है। इसके बाद कंपनी ने “जीएफएक्स एकेडमी एंड ट्रेड प्राइवेट लिमिटेड” नाम से दूसरी फर्म भी बनाई, जिसका ऑफिस पानीपत के टीडीआई सेक्टर 18 में खोला गया।
20 हजार लोगों से किया करोड़ों का निवेश
एसपी लोकेंद्र सिंह के अनुसार, इस फर्जी स्कीम के तहत करीब 20 हजार लोगों से 150 करोड़ रुपए निवेश कराए गए। शुरुआती 4 साल तक कुछ लाभ देकर लोगों का विश्वास जीत लिया गया, लेकिन 2024 में कंपनी अचानक बंद कर दी गई।
न रसीद, न भरोसे की बुनियाद
शिकायतकर्ता सुरेश के मुताबिक, उसे कंपनी में निवेश के लिए रिंकू, सोनिया और अन्य आरोपियों ने व्यक्तिगत रूप से आकर झांसे में लिया। 10 लाख की पहली आईडी पर मात्र 3.43 लाख ही वापस आए। फिर 20 लाख की दूसरी आईडी के बाद कंपनी भाग गई।
गिरफ्तारी और बरामदगी
पुलिस ने पहले रिंकू ढांडा को गिरफ्तार किया और पूछताछ में अहम जानकारियां सामने आईं। शनिवार को उसकी पत्नी सोनिया को भी गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने उनके कब्जे से एक फॉच्युनर, वरना कार और 2 लाख रुपए नकद जब्त किए हैं।
जांच जारी, और भी गिरफ्तारियां संभव
पानीपत, करनाल और जींद सहित कई जिलों में कंपनी के खिलाफ धोखाधड़ी के केस दर्ज हैं। पुलिस अब बाकी आरोपियों की तलाश कर रही है और ठगी के पूरे नेटवर्क को खंगालने में जुटी है।
सावधान! ऐसी स्कीमों से रहें दूर
इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि “जल्दी पैसा डबल” करने वाली स्कीमें अक्सर धोखा होती हैं। आम जनता से अपील है कि निवेश से पहले कंपनी की विश्वसनीयता की पूरी जांच जरूर करें।