नई दिल्ली/लाहौर, 8 मई: भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई ऑपरेशन सिंदूर ने पाकिस्तान की रक्षा क्षमताओं की हकीकत दुनिया के सामने उजागर कर दी है। लाहौर में स्थित पाकिस्तान का सबसे आधुनिक एयर डिफेंस रडार सिस्टम – चाइनीज HQ-9 – भारत के एक सटीक हमले में पूरी तरह ध्वस्त हो गया। अरबों रुपये खर्च कर चीन से आयात किए गए इस अत्याधुनिक माने जाने वाले सिस्टम की विफलता ने पाकिस्तान की सैन्य रणनीति पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है।
भारतीय हमले से बेखबर रहा पाक रडार
पाकिस्तान की ओर से लगातार भारत के सीमावर्ती क्षेत्रों में ड्रोन और मिसाइल के जरिए हमला करने की कोशिश की जा रही थी। लेकिन भारत ने न केवल इन सभी प्रयासों को नाकाम किया, बल्कि जवाबी हमले में लाहौर में स्थित HQ-9 रडार सिस्टम को भी धूल चटा दी। रक्षा मंत्रालय ने इस कार्रवाई की पुष्टि की है।
HQ-9: दावा ज़ोरदार, प्रदर्शन ज़ीरो
पाकिस्तान ने HQ-9 सिस्टम को चीन से करोड़ों डॉलर में खरीदा था। दावा किया गया था कि यह सिस्टम 250 किलोमीटर तक की दूरी से आने वाले खतरों को डिटेक्ट और इंटरसेप्ट कर सकता है। लेकिन सच्चाई यह सामने आई कि यह या तो मिसाइलों को डिटेक्ट ही नहीं कर पाया या फिर रिएक्ट नहीं कर सका।
भारत के पास S-400 और पैट्रियट जैसी तकनीक
विशेषज्ञों का मानना है कि चीन ने HQ-9 सिस्टम रूस के S-300 और अमेरिका के Patriot सिस्टम की तकनीक की नकल कर तैयार किया था। भारत के पास पहले से ही इससे कहीं अधिक उन्नत रूसी S-400 एयर डिफेंस सिस्टम मौजूद है, जिसकी वजह से भारत ने पाकिस्तान के ड्रोन और मिसाइल हमलों को असानी से निष्क्रिय कर दिया।
9 आतंकी ठिकाने तबाह, 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए
भारतीय सेना ने 7 मई को किए गए हमलों में पाकिस्तान में छिपे 9 बड़े आतंकी ठिकानों को टारगेट किया, जिसमें 100 से अधिक आतंकियों के मारे जाने की पुष्टि हुई है। इस पूरे ऑपरेशन के दौरान पाकिस्तान का रडार सिस्टम पूरी तरह निष्क्रिय रहा, जिससे उसकी तैयारी की पोल खुल गई।