सिरसा, 8 मई : हरियाणा में भ्रष्टाचार के खिलाफ विजिलेंस का शिकंजा लगातार कसता जा रहा है। ताज़ा मामला सिरसा रोडवेज से सामने आया है, जहां विजिलेंस की टीम ने हरियाणा रोडवेज के एक ट्रेनिंग सब-इंस्पेक्टर धर्मपाल मंगालिया और उसके सहयोगी मनीष कुमार को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।
17 हजार की रिश्वत, बिना हाजिरी बनवाना था लाइसेंस
जानकारी के अनुसार, एसआई धर्मपाल ने एक महिला से बिना ट्रेनिंग हाजिरी लगाए हैवी ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के एवज में 17 हजार रुपये की रिश्वत की मांग की थी। शिकायतकर्ता लुदेसर गांव निवासी खुशीराम की शिकायत पर विजिलेंस ने जाल बिछाया और बुधवार शाम धर्मपाल को सिरसा बस स्टैंड से रिश्वत लेते हुए पकड़ा।
मनीष कुमार करता था दलाली का काम
इस मामले में सीएससी संचालक मनीष कुमार को भी गिरफ्तार किया गया है, जो चतरगढ़ पट्टी में अपनी दुकान चलाता है और लाइसेंस बनवाने के नाम पर लोगों से पैसे लेकर एसआई तक पहुंचाता था। मनीष को इस पूरे प्रकरण में बिचौलिये की भूमिका में पाया गया।
विजिलेंस ने किया बड़ा खुलासा
विजिलेंस डीएसपी अमित बेनीवाल ने वोल 1 मीडिया से बातचीत में बताया कि यह मामला काफी समय से चल रहा था। हर महीने कई अभ्यार्थी ट्रेनिंग लेने आते हैं, जिनमें से कई से बिना ट्रेनिंग लिए ही पैसे लेकर लाइसेंस जारी करवाया जा रहा था। उन्होंने बताया कि शिकायतकर्ता की बहन ने मनीष के माध्यम से यह डील तय की थी, जिसके बाद यह कार्रवाई की गई।