हिसार, हरियाणा | 11 जून 2025 : चौधरी चरण सिंह हरियाणा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी (HAU), हिसार एक बार फिर विवादों में आ गई है। स्कॉलरशिप नीति में बदलाव को लेकर शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर यूनिवर्सिटी सिक्योरिटी गार्ड्स द्वारा कथित लाठीचार्ज और मारपीट की खबर ने पूरे प्रदेश में हलचल मचा दी है। मंगलवार रात हुई इस घटना में 20 से अधिक छात्र घायल हुए हैं, जिनमें से कई के सिर में गंभीर चोटें आई हैं।
क्या है पूरा मामला?
छात्रों का आरोप है कि यूनिवर्सिटी प्रशासन ने स्कॉलरशिप नीति में बदलाव कर छात्रों के हक को छीना है। पहले जहां 75% से अधिक अंक लाने वाले सभी PG और PhD छात्र स्कॉलरशिप के पात्र होते थे, अब मात्र 25% छात्रों को ही यह सुविधा देने का नया आदेश जारी किया गया है। इस निर्णय के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने VC (वाइस चांसलर) कार्यालय के बाहर धरना दिया और अपनी बात रखने की मांग की।
छात्रों का कहना है कि VC से मिलने की बजाय यूनिवर्सिटी प्रशासन ने सुरक्षा गार्ड्स के माध्यम से प्रदर्शन को कुचलने की कोशिश की, जिसमें लाठियों, थप्पड़ों और घूंसे तक का प्रयोग किया गया।
लाठीचार्ज के वीडियो ने मचाई सनसनी
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में स्पष्ट देखा जा सकता है कि सिक्योरिटी गार्ड्स छात्रों को घसीटते, थप्पड़ मारते और पीछे भागते हुए पीटते नजर आ रहे हैं। एक छात्र को चार गार्डों द्वारा घेरकर बेरहमी से पीटे जाने का दृश्य देखकर लोग स्तब्ध हैं।
पुलिस ने झाड़ा पल्ला, छात्रों ने मांगा न्याय
सिविल लाइन थाना प्रभारी विकास कुमार ने बयान में कहा कि पुलिस को इस घटना की पहले से कोई सूचना नहीं थी। उन्होंने स्पष्ट किया कि सुरक्षा गार्डों को लाठीचार्ज करने का अधिकार नहीं है। घायल छात्रों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं और कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
छात्रों ने कहा – हम डरेंगे नहीं, आंदोलन और तेज़ होगा
INSO जिलाध्यक्ष अज्जू घनघस ने कहा, “अपने हक के लिए शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे छात्रों को वीसी साहब से मिलने की बजाय पिटवाया गया। अगर प्रशासन माफी नहीं मांगता तो यह आंदोलन और व्यापक होगा। यूनिवर्सिटी छात्रों की है, तानाशाहों की नहीं।”
प्रशासन की सफाई – छात्रों ने की थी गार्ड्स से मारपीट
HAU प्रशासन ने बयान जारी कर कहा है कि कुछ छात्र जबरदस्ती VC ऑफिस में घुसने की कोशिश कर रहे थे और इस दौरान उन्होंने सुरक्षा गार्ड्स से मारपीट की, उनकी वर्दी फाड़ी। यूनिवर्सिटी का कहना है कि छात्रों की मांगों पर पहले ही एक कमेटी बनाई जा चुकी है, लेकिन छात्रों ने बैठक में हिस्सा नहीं लिया।