अमृतसर, 8 जून 2025 – पंजाब के किसानों के लिए रविवार का दिन ऐतिहासिक रहा। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अमृतसर में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान 4727 किसानों का कुल ₹67.84 करोड़ का कर्ज माफ कर दिया। यह राहत किसान कल्याण योजना के तहत दी गई है, जिसका उद्देश्य राज्य के जरूरतमंद किसानों को आर्थिक बोझ से मुक्त करना है।
कार्यक्रम गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी के गोल्डन जुबली हॉल में आयोजित हुआ, जहां सीएम ने कर्जमाफी के सर्टिफिकेट किसानों को अपने हाथों से सौंपे।
सीएम भगवंत मान का सख्त संदेश: “लूपहोल बंद कर, जनता का पैसा बचाया”
कार्यक्रम में सीएम मान ने पूर्ववर्ती सरकारों पर तीखा हमला करते हुए कहा,
“पहले की सरकारों में लूट का सिस्टम था, हमने सिस्टम के लूपहोल बंद किए और वही पैसा आज किसानों के लिए इस्तेमाल हो रहा है।”
उन्होंने कहा कि यह शुरुआत है, आगे और भी हजारों किसानों को राहत मिलेगी।
सुखबीर बादल पर निशाना: “अब घर बैठ जाओ”
सीएम मान ने अपने संबोधन में शिरोमणि अकाली दल के नेता सुखबीर सिंह बादल पर भी जमकर हमला बोला।
“इनके पास धर्म की ठेकेदारी है, कभी जत्थेदार बदलवाओ, कभी माफी दिलवाओ। अब लोग समझ चुके हैं। युवा अब खुद सोचते हैं, वोट डालते हैं। इसलिए दो पार्टियों का खेल खत्म हो चुका है।”
सीएम ने यह भी कहा कि सुखबीर बादल अब “सेवा के लायक नहीं बचे” और उन्हें “घर बैठ जाना चाहिए।”
किसानों में दिखा उत्साह, कहा- ‘अब लग रहा है कोई अपना आया है’
कर्जमाफी से लाभान्वित किसानों ने कहा कि उन्हें पहली बार महसूस हो रहा है कि सरकार उनकी परवाह कर रही है।
बलविंदर सिंह, एक किसान जिनका ₹1.5 लाख का कर्ज माफ हुआ, ने कहा,
“पहली बार लग रहा है कि सरकार सिर्फ वादे नहीं कर रही, कुछ करके भी दिखा रही है।”
68 करोड़ का कर्ज माफ – सिर्फ शुरुआत
सीएम भगवंत मान ने स्पष्ट किया कि यह अभियान यहीं नहीं रुकेगा।
“आज 4727 किसानों का 67.84 करोड़ रुपए का कर्ज माफ किया गया है। ये सिर्फ शुरुआत है। आने वाले समय में यह संख्या और राशि दोनों बढ़ेंगी।”
किसान कल्याण योजना: कृषि को मिलेगा नया बल
यह पूरी योजना पंजाब सरकार की किसान-प्रथम नीति का हिस्सा है। इसका उद्देश्य सिर्फ कर्जमाफी तक सीमित नहीं, बल्कि किसानों की आय बढ़ाना, खेती में नवाचार लाना और कृषि को एक फायदे का व्यवसाय बनाना है।