नई दिल्ली/चंडीगढ़: भारत में जासूसी के सनसनीखेज मामले में पकड़ी गई ज्योति मल्होत्रा की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। कोर्ट ने सोमवार को उसकी पुलिस रिमांड को चार दिन और बढ़ा दिया है। इससे पहले रविवार देर रात करीब 11:30 बजे उसका मेडिकल करवाया गया था, जिसके बाद उसे आज सुबह 9:30 बजे कोर्ट में पेश किया गया।
पाक हाई कमीशन और ISI से सीधे संपर्क में थी ज्योति
जांच एजेंसियों को पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे मिले हैं। ज्योति ने कबूल किया है कि वह पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी के लिए काम कर रही थी। वह लगातार पाकिस्तान हाई कमीशन दिल्ली में तैनात अधिकारी ‘दानिश’ के संपर्क में थी। साल 2023 में वह वीजा लगवाने के बहाने पहली बार पाक हाई कमीशन पहुंची थी, जहां उसकी मुलाकात अहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश से हुई।
दो बार की पाकिस्तान यात्रा, वहां मिली ISI एजेंट्स से
ज्योति ने बताया कि वह दानिश के कहने पर दो बार पाकिस्तान गई। वहां उसकी मुलाकात अली हसन नामक शख्स से हुई, जिसने उसके ठहरने और यात्रा का इंतजाम किया। अली हसन ने ही उसे पाक खुफिया एजेंसी ISI के अधिकारियों से मिलवाया। इस दौरान वह शाकिर और राणा शहबाज जैसे संदिग्ध अफसरों से भी मिली।
‘जट रंधावा’ नाम से सेव था ISI एजेंट का नंबर
एजेंसियों को दिए बयान में ज्योति ने खुलासा किया कि उसने पाक एजेंट शाकिर का नंबर अपने फोन में “जट रंधावा” के नाम से सेव किया था, ताकि किसी को शक न हो। भारत लौटने के बाद वह व्हाट्सऐप, स्नैपचैट और टेलीग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के जरिए पाक एजेंट्स से जुड़ी रही और देश विरोधी सूचनाओं का आदान-प्रदान करती रही।
दिल्ली में भी मिलती रही पाक अधिकारी से
पूछताछ में सामने आया है कि भारत लौटने के बाद भी वह कई बार दिल्ली स्थित पाक हाई कमीशन में दानिश से मिलने जाती थी।
क्या कहती है पुलिस?
पुलिस का कहना है कि अभी और भी कई संदिग्ध लिंक सामने आने की संभावना है। मोबाइल डेटा, चैट्स और विदेश यात्राओं की पूरी डिटेल्स की फॉरेंसिक जांच की जा रही है। आने वाले दिनों में और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।
क्या है अगला कदम?
ज्योति मल्होत्रा की रिमांड अब चार दिन और बढ़ा दी गई है। इस दौरान एजेंसियां उसे सामने रखकर पाकिस्तान से जुड़े नेटवर्क की परतें खोलने की कोशिश करेंगी।