चंडीगढ़, 13 मई: हरियाणा सरकार ने फसलों के बीजों के थैलों पर अब “बार कोड टैग” लगाने का ऐलान किया है, जिससे बीज की जानकारी को आसान और पारदर्शी बनाने में मदद मिलेगी। कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्याम सिंह राणा के अनुसार, यह कदम नकली बीजों पर नियंत्रण लगाने में महत्वपूर्ण साबित होगा।
बार कोड टैग को स्कैन करके किसान बीज के निर्माता से लेकर उसके वजन, किस्म (प्रजाति) और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। इससे बीज की गुणवत्ता को ट्रैक करना आसान होगा, और कृषि उत्पादकों को उच्च गुणवत्ता वाले प्रमाणित बीज मिल सकेंगे।
कैसे काम करेगा बार कोड टैग?
बार कोड टैग को स्कैन करने पर किसानों को बीज की पूरी जानकारी मिलेगी, जिसमें बीज का उत्पादक, पैकिंग तिथि, किस्म और अन्य तकनीकी विवरण शामिल होंगे। यह टैग “साथी” पोर्टल से जुड़ा होगा, जो बीज प्रमाणीकरण की प्रक्रिया को ऑनलाइन और स्वचालित बनाएगा।
नकली बीजों पर नियंत्रण में मदद
यह कदम नकली बीजों पर अंकुश लगाने के लिए उठाया गया है। नकली बीजों की बिक्री से न केवल किसानों को आर्थिक नुकसान होता है, बल्कि यह फसलों की गुणवत्ता और उत्पादन को भी प्रभावित करता है। बार कोड टैग के जरिए अब किसान यह सुनिश्चित कर सकेंगे कि उन्हें जो बीज मिल रहा है, वह प्रमाणित और सुरक्षित है।
एक नई पहल के तहत टेंडर स्वीकृत
कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा ने बताया कि राज्य की उच्च-स्तरीय खरीद समिति ने इस बार कोड टैग की खरीद के लिए एक कंपनी को टेंडर देने की मंजूरी दे दी है। इसके तहत, हरियाणा राज्य बीज प्रमाणीकरण एजेंसी (HSBCA) द्वारा बीज उत्पादकों को ये टैग मुहैया कराए जाएंगे।
कृषि मंत्री की ओर से सरकार की प्रतिबद्धता का ऐलान
राणा ने यह भी कहा कि राज्य सरकार किसानों के हित में काम करने के लिए प्रतिबद्ध है। नकली बीजों के कारोबार को रोकने के लिए सरकार ने सख्त कानून बनाए हैं, जिसके तहत दोषी पाए जाने वाले बीज निर्माताओं और विक्रेताओं के खिलाफ जुर्माना और सजा का प्रावधान किया गया है।