चंडीगढ़, 13 जून 2025 — अहमदाबाद में हुए भीषण विमान हादसे पर हरियाणा के ऊर्जा, परिवहन एवं श्रम मंत्री अनिल विज ने गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि अब जब देश के प्रधानमंत्री और गृह मंत्री स्वयं घटनास्थल पर मौजूद हैं, तो इस मामले की हर एंगल से निष्पक्ष और गहन जांच तय है। उन्होंने कहा कि विमान का ब्लैक बॉक्स बरामद हो चुका है, जो हादसे के कारणों को उजागर करने में बड़ी भूमिका निभाएगा।
❝ब्लैक बॉक्स में दर्ज हर सेकंड की जानकारी से खुलेगा हादसे का राज❞
मंत्री अनिल विज ने कहा, “ब्लैक बॉक्स मिल जाना बहुत बड़ी उपलब्धि है। अब इस डाटा के विश्लेषण से यह सामने आ सकेगा कि दुर्घटना से पहले विमान में क्या तकनीकी या मानवीय चूक हुई।” उन्होंने बताया कि दुर्घटनाग्रस्त विमान में सवा लाख लीटर व्हाइट पेट्रोल भरा था, जिससे क्रैश के बाद अत्यधिक तापमान उत्पन्न हुआ और मलबे को नुकसान पहुंचा। इसके बावजूद ब्लैक बॉक्स की बरामदगी जांच के लिए अहम साबित होगी।
विजय रूपाणी का जाना पार्टी और राष्ट्र दोनों की अपूरणीय क्षति
विज ने हादसे में जान गंवाने वाले गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी को श्रद्धांजलि देते हुए कहा, “उनका निधन भारतीय जनता पार्टी और पूरे देश के लिए एक गहरी क्षति है।” उन्होंने कहा कि वह एक सुलझे हुए राजनेता और जनसेवक थे, जिनका योगदान हमेशा याद रखा जाएगा।
“जांच विपक्ष की मांग पर नहीं, जिम्मेदारी के तहत हो रही है” – विज
पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवाल पर कि विपक्ष इस हादसे पर जांच की मांग कर रहा है, विज ने दो टूक कहा कि, “यह जांच विपक्ष की मांग पर नहीं, बल्कि सरकार की जिम्मेदारी के तहत हो रही है।” उन्होंने कहा कि जब प्रधानमंत्री खुद सारे काम छोड़कर घटनास्थल पर पहुंचे हैं, अधिकारियों से बैठक कर रहे हैं और पीड़ित परिवारों से मिल रहे हैं, तो यह सरकार की संवेदनशीलता और गंभीरता को दर्शाता है।
एक अन्य विमान की इमरजेंसी लैंडिंग पर भी बोले विज
मंत्री अनिल विज ने यह भी जानकारी दी कि आज एयर इंडिया के एक अन्य विमान की इमरजेंसी लैंडिंग करवाई गई है। उन्होंने कहा, “इस वक्त देश की एविएशन व्यवस्था को लेकर चिंता स्वाभाविक है, लेकिन सरकार इस दिशा में पूरी जिम्मेदारी और पारदर्शिता से काम कर रही है।”
देश की सबसे बड़ी विमान दुर्घटनाओं में से एक
बता दें कि एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171, जिसमें 242 लोग सवार थे, टेकऑफ के दो मिनट बाद ही अहमदाबाद में बीजे मेडिकल कॉलेज हॉस्टल पर दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। इस हादसे में अब तक 265 शव बरामद किए जा चुके हैं। यह भारत के विमानन इतिहास की सबसे भीषण और दुखद त्रासदियों में गिनी जा रही है।