चंडीगढ़, 23 अप्रैल: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने एक बार फिर नशे के खिलाफ जंग को लेकर सख्त रुख अपनाया है। उन्होंने दो टूक कहा, “’युद्ध नशे के विरुद्ध’ मुहिम पूरी ताकत से जारी है, और जो भी पंजाब को बर्बाद करने की साजिश में शामिल है, उसे किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा।”
मुख्यमंत्री मान ने साफ किया कि नशा तस्करों के खिलाफ “नो टॉलरेंस” की नीति अपनाई गई है। उन्होंने कहा, “नशे के ज़रिये जो लोग घर बर्बाद कर रहे हैं, उन्हें उनके अंजाम तक पहुंचाया जाएगा – चाहे वो तस्कर हो या उनका कोई सहयोगी।”
सरकार की रणनीति: टास्क फोर्स से लेकर जागरूकता अभियान तक
भगवंत मान ने बताया कि नशा तस्करी पर लगाम लगाने के लिए राज्य में विशेष टास्क फोर्स का गठन किया गया है। इसके साथ ही ड्रग डी-एडिक्शन सेंटरों का दायरा बढ़ाया जा रहा है और युवाओं को जागरूक करने के लिए विशेष अभियान चलाए जा रहे हैं।
जनता से सहयोग की अपील
मुख्यमंत्री ने जनता से भी इस मुहिम का हिस्सा बनने की अपील की। उन्होंने कहा, “पंजाब को नशामुक्त बनाने का सपना तभी पूरा होगा, जब जनता और सरकार मिलकर इस लड़ाई को लड़ें।”
पंजाब की मिट्टी में नहीं पनपने देंगे नशा
इस सख्त संदेश से साफ है कि पंजाब सरकार अब नशे के खिलाफ निर्णायक मोर्चे पर उतर चुकी है और आने वाले दिनों में बड़ी कार्रवाई देखने को मिल सकती है।